बाइबिल कऽ Âिस्सा।
बाइबिल कऽ Âिस्सा। |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
|
||||||||
1 जÂन परमेश्वर सबटा के श्रृष्टि कऽ लेलनि
|
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
उत्पत्ति 1-2 | ||
2 मनुष्यक दुÂकुरूवात
|
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
उत्पत्ति 3-6 | ||
3 नूह आ बाढि
|
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
उत्पत्ति 6 -10 | ||
4 अब्राहम सँ परमेश्वरक वाचा
|
![]() |
![]() |
उतपत्ति 11-21 | |||||
5 परमेश्वर अब्राहमक प्रेमक परीक्षा लैत छथि।
|
![]() |
![]() |
उतपत्ति 22-24 | |||||
6 याकूब – धोखा देवअबाला
|
![]() |
![]() |
उतपत्ति 25-33 | |||||
7 मन पसंद पुत दास बनि गेलाह
|
![]() |
![]() |
उतपत्ति 37, 39 | |||||
8 दास युसूफक परमेश्वर आदर करैत छथि।
|
![]() |
![]() |
उतपत्ति 39-45 | |||||
9 प्रधानमंत्री
|
![]() |
![]() |
निर्गमन 2 | |||||
10 राजकुमार चरवाहा बनि गेलाह
|
![]() |
![]() |
निर्गमन 2-5 | |||||
11 अभिनन्दन फिरौन!
|
![]() |
![]() |
निर्गमन 4-15 | |||||
12 चालिस बरख
|
![]() |
![]() |
निर्गमन 15-34 | |||||
13 यहोशू पदभार लेलिन
|
![]() |
![]() |
यहोशू 1-6 | |||||
14 सैम्सन, परमेश्वरक मजगूत मनुख
|
![]() |
![]() |
न्यायियो 13-16 | |||||
15 गिदौनक छोट सेना
|
![]() |
![]() |
न्यायियो 6-8 | |||||
16 रूत - एक प्रेमक कथा
|
![]() |
![]() |
रूत | |||||
17 शमूएल, परमेश्वरक नेन्हा सेवक
|
![]() |
![]() |
1 शामूएल 1-7 | |||||
18 देखनौख मुरूख राजा
|
![]() |
![]() |
1 शामूएल 8-15 | |||||
19 दाउद एक चरबाहा नेन्हा
|
![]() |
![]() |
1 शामूएल 16-20 | |||||
20 राजा दाउद (भाग 1)
|
![]() |
![]() |
1 शामूएल24-31 | |||||
21 राजा दाउद (भाग 2)
|
![]() |
![]() |
2 शामूएल 1-12 | |||||
22 ज्ञानी राजा ‘‘सुलेमान‘‘
|
![]() |
![]() |
1 राजा 1-12 | |||||
23 निक राजा सभ, खराब राजा सभ
|
![]() |
![]() |
2 इतिहास 33-36 | |||||
24 आगिक मनुख
|
![]() |
![]() |
1 राजा 17-19 | |||||
25 ऐलिसा, चमत्कार सँ भरल मनुख
|
![]() |
![]() |
2 राजा 2-13 | |||||
26 योना आओर विशालकाय मांछ
|
![]() |
![]() |
योना | |||||
27 यशायाह, भविष्यक देखैत छथि
|
![]() |
![]() |
यशायाह 1, 6, 7, 9, 53 | |||||
28 यिर्मयाह - नोर बहाबय मनुख
|
![]() |
![]() |
यिर्मयाह | |||||
29 यहेजकेल : दर्शनक मनुख
|
![]() |
![]() |
यहेजकेल | |||||
30 ‘‘रूपवति रानी एस्तर‘‘
|
![]() |
![]() |
ऐसतर | |||||
31 दानिय्येल एक बंदी
|
![]() |
![]() |
दानिय्यल 1-2 | |||||
32 दानिय्यल आओर सपनाक भेद
|
![]() |
![]() |
दानिय्यल 2 | |||||
33 जे मनुख नहि झूकत
|
![]() |
![]() |
दानिय्यल 3 | |||||
34 दानिय्यल आओर सिंह, मांद
|
![]() |
![]() |
दानिय्यल 6 | |||||
35 नहेमायाहक महान दिवार
|
![]() |
![]() |
नहेमायाह | |||||
नब नियम। |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
36 यीु के जन्म
|
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
म्त्ती 1-2, लूका 1-2 | ||
37 परमेश्वरक दिस सँ एक मनुख पठाबल गेलाह।
|
![]() |
![]() |
मत्ति 3, 14:1-14:13 | |||||
38 यीशुक लेल महा कलेशक काल
|
![]() |
![]() |
मत्ति 4:1-4:11 | |||||
39 यीशु बारह सहायक कऽ चुनलिन
|
![]() |
![]() |
मत्ति 4:18-7:29 | |||||
40 प्रभु यीशु मसीहक चमत्कार
|
![]() |
![]() |
मत्ति 8:14-9:3 | |||||
41 एकटा मंदिरक पुजारी यीशुक लग आबैत छथि।
|
![]() |
![]() |
यूहन्ना 2:13-3:22 | |||||
42 यीशु एक महान शिक्षक
|
![]() |
![]() |
मत्ति 5-7 | |||||
43 किसान आओर बिज
|
![]() |
![]() |
मत्ति 13:1-13:23 | |||||
44 धनिक मनुख, गरीब मनुख
|
![]() |
![]() |
लूका 16 | |||||
45 उड़ावपुत
|
![]() |
![]() |
लूका 15:11-15:32 | |||||
46 निक सामरी
|
![]() |
![]() |
लूका 10:25-10:42 | |||||
47 कुइियाँ लग में स्त्री
|
![]() |
![]() |
यूहन्ना 4:1-4:32 | |||||
48 तूफान सँ भरल समुद्रक यीशु शांत कऽ देलिन
|
![]() |
![]() |
मत्ति 8:23-8:27 | |||||
49 कन्या जे दु बेर जीवित छलीह
|
![]() |
![]() |
मरकुस 5:21-5:43 | |||||
50 यीशु नेत्रहीनक चंगा करैत छथि
|
![]() |
![]() |
मरकुस 10:46-10:52 | |||||
51 यीशु पाँच हजार लोकक खुआबैत छथि
|
![]() |
![]() |
यूहन्ना 6 | |||||
52 यीशु आओर लाजरस
|
![]() |
![]() |
यूहन्ना 11:1-11:45 | |||||
53 यीशु आओर जक्कई
|
![]() |
![]() |
लूका 19:1-19:10 | |||||
54 यीुक मुर्दा में सँ जीव गेनाय, उठि गेनाय
|
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
म्त्ती 26-28, लूका 22-24, यहून्ना 13-21 | ||
55 कलीसियाक जनम
|
![]() |
![]() |
प्रेरितों के काम 1-4 | |||||
56 कलीसिया में आफत आएब गेल
|
![]() |
![]() |
प्रेरितक काज 5-7 | |||||
57 पतरस आओर प्रार्थनाक सामर्थ्य
|
![]() |
![]() |
प्रेरितक काज 9:32-9:43 | |||||
58 शताबयवला सँ प्रचारक तक
|
![]() |
![]() |
प्रेरितक काज 8-9 | |||||
59 पौलुसक चमत्कारिक यात्रा
|
![]() |
![]() |
प्रेरितक काज 16:16-16:40 | |||||
60 स्वर्ग परमेश्वरक सुन्दर द्यर
|
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
यहुन्ना14; 2-कुरून्र्यििं¨ 5; प्रका त वाक्य 4, 21, 22 |
-
बाइबिल कऽ Âिस्सा।
- 1 जÂन परमेश्वर सबटा के श्रृष्टि कऽ लेलनि
- 2 मनुष्यक दुÂकुरूवात
- 3 नूह आ बाढि
- 4 अब्राहम सँ परमेश्वरक वाचा
- 5 परमेश्वर अब्राहमक प्रेमक परीक्षा लैत छथि।
- 6 याकूब – धोखा देवअबाला
- 7 मन पसंद पुत दास बनि गेलाह
- 8 दास युसूफक परमेश्वर आदर करैत छथि।
- 9 प्रधानमंत्री
- 10 राजकुमार चरवाहा बनि गेलाह
- 11 अभिनन्दन फिरौन!
- 12 चालिस बरख
- 13 यहोशू पदभार लेलिन
- 14 सैम्सन, परमेश्वरक मजगूत मनुख
- 15 गिदौनक छोट सेना
- 16 रूत - एक प्रेमक कथा
- 17 शमूएल, परमेश्वरक नेन्हा सेवक
- 18 देखनौख मुरूख राजा
- 19 दाउद एक चरबाहा नेन्हा
- 20 राजा दाउद (भाग 1)
- 21 राजा दाउद (भाग 2)
- 22 ज्ञानी राजा ‘‘सुलेमान‘‘
- 23 निक राजा सभ, खराब राजा सभ
- 24 आगिक मनुख
- 25 ऐलिसा, चमत्कार सँ भरल मनुख
- 26 योना आओर विशालकाय मांछ
- 27 यशायाह, भविष्यक देखैत छथि
- 28 यिर्मयाह - नोर बहाबय मनुख
- 29 यहेजकेल : दर्शनक मनुख
- 30 ‘‘रूपवति रानी एस्तर‘‘
- 31 दानिय्येल एक बंदी
- 32 दानिय्यल आओर सपनाक भेद
- 33 जे मनुख नहि झूकत
- 34 दानिय्यल आओर सिंह, मांद
- 35 नहेमायाहक महान दिवार
-
नब नियम।
- 36 यीु के जन्म
- 37 परमेश्वरक दिस सँ एक मनुख पठाबल गेलाह।
- 38 यीशुक लेल महा कलेशक काल
- 39 यीशु बारह सहायक कऽ चुनलिन
- 40 प्रभु यीशु मसीहक चमत्कार
- 41 एकटा मंदिरक पुजारी यीशुक लग आबैत छथि।
- 42 यीशु एक महान शिक्षक
- 43 किसान आओर बिज
- 44 धनिक मनुख, गरीब मनुख
- 45 उड़ावपुत
- 46 निक सामरी
- 47 कुइियाँ लग में स्त्री
- 48 तूफान सँ भरल समुद्रक यीशु शांत कऽ देलिन
- 49 कन्या जे दु बेर जीवित छलीह
- 50 यीशु नेत्रहीनक चंगा करैत छथि
- 51 यीशु पाँच हजार लोकक खुआबैत छथि
- 52 यीशु आओर लाजरस
- 53 यीशु आओर जक्कई
- 54 यीुक मुर्दा में सँ जीव गेनाय, उठि गेनाय
- 55 कलीसियाक जनम
- 56 कलीसिया में आफत आएब गेल
- 57 पतरस आओर प्रार्थनाक सामर्थ्य
- 58 शताबयवला सँ प्रचारक तक
- 59 पौलुसक चमत्कारिक यात्रा
- 60 स्वर्ग परमेश्वरक सुन्दर द्यर
-
बाइबिल कऽ Âिस्सा।
- 1 जÂन परमेश्वर सबटा के श्रृष्टि कऽ लेलनि
- 2 मनुष्यक दुÂकुरूवात
- 3 नूह आ बाढि
- 4 अब्राहम सँ परमेश्वरक वाचा
- 5 परमेश्वर अब्राहमक प्रेमक परीक्षा लैत छथि।
- 6 याकूब – धोखा देवअबाला
- 7 मन पसंद पुत दास बनि गेलाह
- 8 दास युसूफक परमेश्वर आदर करैत छथि।
- 9 प्रधानमंत्री
- 10 राजकुमार चरवाहा बनि गेलाह
- 11 अभिनन्दन फिरौन!
- 12 चालिस बरख
- 13 यहोशू पदभार लेलिन
- 14 सैम्सन, परमेश्वरक मजगूत मनुख
- 15 गिदौनक छोट सेना
- 16 रूत - एक प्रेमक कथा
- 17 शमूएल, परमेश्वरक नेन्हा सेवक
- 18 देखनौख मुरूख राजा
- 19 दाउद एक चरबाहा नेन्हा
- 20 राजा दाउद (भाग 1)
- 21 राजा दाउद (भाग 2)
- 22 ज्ञानी राजा ‘‘सुलेमान‘‘
- 23 निक राजा सभ, खराब राजा सभ
- 24 आगिक मनुख
- 25 ऐलिसा, चमत्कार सँ भरल मनुख
- 26 योना आओर विशालकाय मांछ
- 27 यशायाह, भविष्यक देखैत छथि
- 28 यिर्मयाह - नोर बहाबय मनुख
- 29 यहेजकेल : दर्शनक मनुख
- 30 ‘‘रूपवति रानी एस्तर‘‘
- 31 दानिय्येल एक बंदी
- 32 दानिय्यल आओर सपनाक भेद
- 33 जे मनुख नहि झूकत
- 34 दानिय्यल आओर सिंह, मांद
- 35 नहेमायाहक महान दिवार
-
नब नियम।
- 36 यीु के जन्म
- 37 परमेश्वरक दिस सँ एक मनुख पठाबल गेलाह।
- 38 यीशुक लेल महा कलेशक काल
- 39 यीशु बारह सहायक कऽ चुनलिन
- 40 प्रभु यीशु मसीहक चमत्कार
- 41 एकटा मंदिरक पुजारी यीशुक लग आबैत छथि।
- 42 यीशु एक महान शिक्षक
- 43 किसान आओर बिज
- 44 धनिक मनुख, गरीब मनुख
- 45 उड़ावपुत
- 46 निक सामरी
- 47 कुइियाँ लग में स्त्री
- 48 तूफान सँ भरल समुद्रक यीशु शांत कऽ देलिन
- 49 कन्या जे दु बेर जीवित छलीह
- 50 यीशु नेत्रहीनक चंगा करैत छथि
- 51 यीशु पाँच हजार लोकक खुआबैत छथि
- 52 यीशु आओर लाजरस
- 53 यीशु आओर जक्कई
- 54 यीुक मुर्दा में सँ जीव गेनाय, उठि गेनाय
- 55 कलीसियाक जनम
- 56 कलीसिया में आफत आएब गेल
- 57 पतरस आओर प्रार्थनाक सामर्थ्य
- 58 शताबयवला सँ प्रचारक तक
- 59 पौलुसक चमत्कारिक यात्रा
- 60 स्वर्ग परमेश्वरक सुन्दर द्यर

-
बाइबिल कऽ Âिस्सा।
- जÂन परमेश्वर सबटा के श्रृष्टि कऽ लेलनि - उत्पत्ति 1-2
- मनुष्यक दुÂकुरूवात - उत्पत्ति 3-6
- नूह आ बाढि - उत्पत्ति 6 -10
- अब्राहम सँ परमेश्वरक वाचा - उतपत्ति 11-21
- परमेश्वर अब्राहमक प्रेमक परीक्षा लैत छथि। - उतपत्ति 22-24
- याकूब – धोखा देवअबाला - उतपत्ति 25-33
- मन पसंद पुत दास बनि गेलाह - उतपत्ति 37, 39
- दास युसूफक परमेश्वर आदर करैत छथि। - उतपत्ति 39-45
- प्रधानमंत्री - निर्गमन 2
- राजकुमार चरवाहा बनि गेलाह - निर्गमन 2-5
- अभिनन्दन फिरौन! - निर्गमन 4-15
- चालिस बरख - निर्गमन 15-34
- यहोशू पदभार लेलिन - यहोशू 1-6
- सैम्सन, परमेश्वरक मजगूत मनुख - न्यायियो 13-16
- गिदौनक छोट सेना - न्यायियो 6-8
- रूत - एक प्रेमक कथा - रूत
- शमूएल, परमेश्वरक नेन्हा सेवक - 1 शामूएल 1-7
- देखनौख मुरूख राजा - 1 शामूएल 8-15
- दाउद एक चरबाहा नेन्हा - 1 शामूएल 16-20
- राजा दाउद (भाग 1) - 1 शामूएल24-31
- राजा दाउद (भाग 2) - 2 शामूएल 1-12
- ज्ञानी राजा ‘‘सुलेमान‘‘ - 1 राजा 1-12
- निक राजा सभ, खराब राजा सभ - 2 इतिहास 33-36
- आगिक मनुख - 1 राजा 17-19
- ऐलिसा, चमत्कार सँ भरल मनुख - 2 राजा 2-13
- योना आओर विशालकाय मांछ - योना
- यशायाह, भविष्यक देखैत छथि - यशायाह 1, 6, 7, 9, 53
- यिर्मयाह - नोर बहाबय मनुख - यिर्मयाह
- यहेजकेल : दर्शनक मनुख - यहेजकेल
- ‘‘रूपवति रानी एस्तर‘‘ - ऐसतर
- दानिय्येल एक बंदी - दानिय्यल 1-2
- दानिय्यल आओर सपनाक भेद - दानिय्यल 2
- जे मनुख नहि झूकत - दानिय्यल 3
- दानिय्यल आओर सिंह, मांद - दानिय्यल 6
- नहेमायाहक महान दिवार - नहेमायाह
-
नब नियम।
- यीु के जन्म - म्त्ती 1-2, लूका 1-2
- परमेश्वरक दिस सँ एक मनुख पठाबल गेलाह। - मत्ति 3, 14:1-14:13
- यीशुक लेल महा कलेशक काल - मत्ति 4:1-4:11
- यीशु बारह सहायक कऽ चुनलिन - मत्ति 4:18-7:29
- प्रभु यीशु मसीहक चमत्कार - मत्ति 8:14-9:3
- एकटा मंदिरक पुजारी यीशुक लग आबैत छथि। - यूहन्ना 2:13-3:22
- यीशु एक महान शिक्षक - मत्ति 5-7
- किसान आओर बिज - मत्ति 13:1-13:23
- धनिक मनुख, गरीब मनुख - लूका 16
- उड़ावपुत - लूका 15:11-15:32
- निक सामरी - लूका 10:25-10:42
- कुइियाँ लग में स्त्री - यूहन्ना 4:1-4:32
- तूफान सँ भरल समुद्रक यीशु शांत कऽ देलिन - मत्ति 8:23-8:27
- कन्या जे दु बेर जीवित छलीह - मरकुस 5:21-5:43
- यीशु नेत्रहीनक चंगा करैत छथि - मरकुस 10:46-10:52
- यीशु पाँच हजार लोकक खुआबैत छथि - यूहन्ना 6
- यीशु आओर लाजरस - यूहन्ना 11:1-11:45
- यीशु आओर जक्कई - लूका 19:1-19:10
- यीुक मुर्दा में सँ जीव गेनाय, उठि गेनाय - म्त्ती 26-28, लूका 22-24, यहून्ना 13-21
- कलीसियाक जनम - प्रेरितों के काम 1-4
- कलीसिया में आफत आएब गेल - प्रेरितक काज 5-7
- पतरस आओर प्रार्थनाक सामर्थ्य - प्रेरितक काज 9:32-9:43
- शताबयवला सँ प्रचारक तक - प्रेरितक काज 8-9
- पौलुसक चमत्कारिक यात्रा - प्रेरितक काज 16:16-16:40
- स्वर्ग परमेश्वरक सुन्दर द्यर - यहुन्ना14; 2-कुरून्र्यििं¨ 5; प्रका त वाक्य 4, 21, 22